युग में ध्यान (Meditation) शिक्षक और छात्र दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। आधुनिक जीवन की तेज़ रफ्तार, तनाव, और तकनीकी व्याकुलता ने मानसिक शांति को चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
ऐसे में जीवन मे संतुलन बनाने के लिए ध्यान एक शक्तिशाली साधन बनकर उभरा है। आज दिनांक 23.04.25 को श्री श्री लक्ष्मी नारायण महिला महाविद्यालय में हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के सहयोग से ध्यान पर तीन दिवसीय कार्यशाला की शुरूआत की गई । कार्यक्रम की शुरूआत में श्रीमती दीप्ति चौहान ने ध्यान के महत्व को बताया।
ध्यान का महत्व बहुत गहरा और बहुआयामी होता है। यह न सिर्फ मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य में भी सुधार लाता है, एकाग्रता में वृद्धि करता है एवं तनाव और चिंता में कमी लाता है। आज के इस तनावपूर्ण जीवन में छात्राओं के लिए ध्यान का बहुत ज्यादा महत्व है।
तत्पश्चात उत्कर्षा जैन ने सभी को मेडिटेशन करवाया। कार्यक्रम का आयोजन बाॅटनी विभाग की डा.मोनालिसा साहा ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं छात्राएं उपस्थित थी।
